हिमाचल प्रदेश (Himachal) के विश्व प्रसिद्ध हिल स्टेशन मनाली से लेह (manali leh) पहुंचने का सफर और भी रोमांचक होने वाला है। बॉर्डर रोड ऑरगेनाइजेशन (बीआरओ) लेह पहुंचने के लिए एक नए हाईवे (highway) पर तेजी से काम कर रहा है। इस रूट पर सिर्फ 30 किलोमीटर सड़क बनाने का काम बाकी रह गया है। अटल रोहतांग टनल (Atal Rohtang Tunnel) का निर्माण पूरा हो जाने के बाद अब बीआरओ ने इस नए रूट पर शिंकुला टनल (shinkula tunnel) बनाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। यह रास्ता केलांग से करीब 22 किलोमीटर आगे जिस्पा से दारचा-पादुम होते हुए निम्मु लेह तक पहुंचेगा। शिंकुला दर्रे पर सुरंग बनने से यह हाईवे साल भर खुला रहेगा।
मनाली लेह राजमार्ग और अटल रोहतांग टनल के बाद यह तीसरी ऐसी सड़क है, जिसके जरिए लद्दाख तक पहुंचने की दूरी और समय में कमी आएगी। मनाली-लेह और श्रीनगर-लेह हाईवे की तुलना में इस नए रास्ते से लद्दाख पहुंचने में कम समय लगेगा। बीआरओ की मानें तो इस सड़क के बन जाने से लगभग 46 किलोमीटर की कमी आएगी और 5 से 6 घंटे समय की बचत होगी। यह रास्ता लाहौल स्पीति को जांस्कर से भी जोड़ता है। यह मार्ग पर्यटकों के साथ साथ सैन्य आपूर्ति के लिए भी लद्दाख का सबसे सुरक्षित मार्ग माना जाएगा। दारचा-शिंकुला-पदुम छोटे वाहनों के लिए तैयार है, लेकिन अभी कम चौड़ी सड़कों पर ट्रक आदि नहीं जा सकते हैं। इस रास्ते के बन जाने से लद्दाक और हिमाचल प्रदेश के बीच की दूरी भी कम होगी।
इस सड़क का इस्तेमाल कई सारे कामों के लिए किया जा सकेगा। इस सड़क से कई छोटी छोटी सड़कों को जोड़ने का काम भी किया जा रहा है। जिससे यातायात को और भी सुगम व सुचारू बनाया जा सके। इस सड़क की एक खासियत यह भी है कि काफी कम ऊंचाई पर होने की वजह से बर्फ जम जाने से रास्ते के बंद हो जाने का खतरा भी कम हो जाएगा। वहीं मनाली से लेह जाने के लिए मौजूदा हाईवे बर्फबारी के दौरान कई बार बंद हो जाता है। इस सड़क को इंजीनियरों के अनुसार साल के 11 महीने तक खुला रख सकेंगे। शिंकुला टनल के बनने के बाद यह रास्ता लगभग पूरा साल ही खुला रहेगा।
लद्दाख में निम्मू-दारचा-लेह को जोड़ने वाले नए राजमार्ग को जल्द ही शुरू करने का प्लान है। यह सड़क 280 किलोमीटर लंबी है। अटल रोहतांग टनल बन जाने से पहले ही मनाली से लेह की दूरी कम हो जाएगी। साथी ही सर्दियों में बर्फबारी के चलते रोहतांग पास करीब छह महीने बंद रहने से दिक्कत से भी छुटकारा मिल जाएगा। हालांकि मौजूदा मनाली लेह हाईवे पर अब भी कई दर्रे हैं, जो बर्फबारी के चलते सर्दियों में बंद हो जाते हैं। ऐसे में नया हाईवे सैलानियों के साथ ही सुरक्षा के लिहाज से भी अहम होगा।
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Web Title after atal rohtang tunnel bro accelerates construction of shinkula tunnel on new manali leh highway
(Tourism News from The Himalayan Diary)