मानसून सीजन में पहाड़ी इलाकों खासकर उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में खूब बारिश हो रही है। इससे तीर्थ यात्रा पर निकले भक्तों को कुछ दिक्कत जरूर हो रही है, लेकिन एडवेंचर और परेशानी में भी कुछ अलग करने की चाह में पहाड़ों का रुख करने वाले लोगों के लिए जैसे मन मांगी मुराद पूरी हो रही है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन तक उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी से भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान जारी किया है। कई जिलों के डीएम को निर्देश दिया गया है कि वे नदी के किनारे से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दें और पर्यटकों को भी खतरनाक जगहों पर जाने से मना करें। मौसम विभाग ने उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में शुक्रवार तक 48 घंटे में बहुत तेज बारिश की भविष्यवाणी की है।
जिला अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे नदी के किनारे से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करें। भारी बारिश के चलते यमुनोत्री तीर्थयात्रा को रोक दिया गया है। यहां बादल फटने की खबरें हैं लेकिन अधिकारी इससे इंकार कर रहे हैं। यमुनोत्री मंदिर तक जाने वाली सड़क पर दो फुटब्रिज भारी बारिश के चलते बह गए हैं। उत्तरकाशी के जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि मुख्य मंदिर को वर्षा से कोई हानि नहीं हुई है। मुख्य रूप से तीर्थयात्रियों और पुजारियों सहित 70 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राज्य प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। हिमाचल प्रदेश भी वर्षा के चलते कई दिन से हालात असमान्य बने हुए हैं।
मंगलवार की रात देर रात मनाली में ब्रान गांव के पास बादल फटने से कुल्लू-मनाली राजमार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था। यहां कई घंटे तक यातायात बाधित रहा। बाढ़ में पास के गांवों को जोड़ने वाले सात फुटब्रिज भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। राजमार्ग पर बीती बुधवार सुबह 9 बजे आंशिक रूप से एक तरफा यातायात बहाल किया गया। कुल्लू में पिछले तीन दिनों से भारी बारिश हुई है, जो राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन का कारण बनी।
अब फिर अगले तीन दिन तक तेज बारिश की भविश्यवाणी की गई है। पर्यटक बारिश के दौरान मस्ती तो करें लेकिन खतरनाक जगहों पर जाने से बचें। लंबे सफर पर निकलने से पहले रास्ते के बारे में अवश्य पता कर लें।