चंडी चौक फ्लाईओवर का निर्माण कार्य महज 11 महीने में पूरा किया गया है। एनएचआई ने 23 करोड़ की लागत से 900 मीटर लंबे फ्लाईओवर का निर्माण किया है।
Ravinder Singh
फिश एंगलिंग के लिए जिला पर्यटन विभाग और मत्स्य पालन विभाग द्वारा योजना तैयार की गई है। विभाग ने फिश एंगलिंग के लिए जिले में अलकनंदा, नंदाकिनी, रामगंगा, निगोल नदी और पिंडर नदी का चयन किया है।
प्रतिमा के सिर के पृष्ठ भाग में आभामंडल है। यह आभामंडल धर्म चक्र का प्रतीक है। साथ ही प्रतिमा के पैरों के पास सारथी अरुण कतारबद्ध बैठे हैं।
हिमाचल प्रदेश और लद्दाख की तर्ज पर उत्तराखंड में भी स्नो लेपर्ड टूर का आयोजन करने का मकसद हिम तेंदुओं को पर्यटन से जोड़ना है। अभी प्रयोग के तौर पर उत्तरकाशी में चार टूर आयोजित किए जा रहे हैं।
हिमाचल पथ परिवहन निगम ने फिलहाल ट्रायल के तौर पर 7 बसों का संचालन शुरू किया है। आने वाले समय-समय में जैसे-जैसे बसों में यात्रियों की संख्या बढ़ेगी, वैसे-वैसे लग्जरी बसों की संख्या भी बढाई जाएगी।
कांगड़ा और हिसार के बीच फरवरी के पहले सप्ताह से हेली टैक्सी सेवा शुरू करने जा रही है। यह हेली टैक्सी सेवा तीन सीटों वाली होगी। यात्रियों को हिसार से कांगड़ा के लिए हवाई सफ़र करने के बदले प्रति यात्री 2500 रुपये किराया चुकाना होगा।
इस वर्ष उत्तराखंड की झांकी विषय ‘केदारखण्ड’ रखा गया है। उत्तराखंड की झांकी में आगे की तरफ राज्य पशु कस्तूरी मृग, राज्य पक्षी मोनाल और राज्य पुष्प ब्रह्मकमल नजर आएगा।
पांच केदारों को एक ही रूट से जोड़ने के लिए नए वैकल्पिक मार्ग भी बनाए जाएंगे। इससे सभी केदार आपस में जुड़ जाएंगे। साथ ही क्षेत्र के अन्य पर्यटन स्थलों को भी जोड़ा जाएगा।
इसके तहत जिलासू में अलकनंदा नदी पर एलिवेटेड ग्लास प्लेटफॉर्म विकसित किया जाएगा, जबकि बदरीनाथ हाईवे पर स्थित लंगासू में रीवर व्यू विकसित किया जाएगा।
हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु टिम्मरसैंण महादेव मंदिर में प्राकृतिक रूप से बने बाबा बर्फानी के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। स्थानीय लोग बाबा के दर्शन कर पाने के कारण खुद को बहुत सौभाग्यशाली मानते हैं।