उत्तराखंड के चमोली (chamoli uttarakhand) जिले के नीती गांव में भारत-तिब्बत (चीन) सीमा पर स्थित अंतिम शिवालय में बाबा बर्फानी प्रकट होने लगे हैं। यहां पर बाबा बर्फानी (baba barfani) का एकमात्र मंदिर है। इस मंदिर को स्थानीय लोग टिमरसैण शिवालय के नाम से जानते हैं। ठंड के मौसम इस इलाके में जमकर बर्फबारी पड़ती है। सदिर्यों के समय बर्फबारी के कारण यहां का तापमान शून्य से भी नीचे चला जाता है, जिस वजह से यहां बेहद ठंड पैदा होती है। भारी बर्फबारी के कारण पहाड़ से टपकने वाला पानी बर्फ का रूप ले लेता है और फिर यह शिवलिंग का रूप ले लेता है। यह तस्वीर यहां पर सर्दियों में ही खास तौर पर देखने को मिलती है। हाल ही में भारी बर्फबारी के बीच बर्फानी बाबा की खूबसूरत तस्वीरें सामने आई हैं।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
नीती घाटी (niti valley) के प्रधान ने बाबा बर्फानी के बारे में सूचना दी है। उन्होंने बताया है कि कुछ युवक टिमरसैण शिवालय गए थे। उन्होंने बाबा बर्फानी के दर्शन किए। युवकों ने बाबा बर्फानी की पहली तस्वीर भेजी है। इस समय भारी बर्फबारी के बीच इस इलाके में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। उधर, प्रशासन इस इलाके को तीर्थ स्थल के तौर पर बनाने में जुटी है, जिससे इस स्थान को धार्मिक पर्यटक स्थल के रूप में बढ़ावा दिया जा सके। इसके अलावा इस इलाके में यात्रियों के रात में ठहरने की व्यवस्था के लिए होम स्टे योजना शुरू करने की तैयारी की जा रही है। सरकार की यह कोशिश है कि इलाके में पर्यटन को बढ़ावा मिले। इससे यहां के आस-पास रह रहे ग्रामीणों को रोजगार भी मिल सकेगा। यात्रा के आयोजन का मुख्य उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना है।
baba barfani in chamoli uttarakhand
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