उत्तराखंड के चमोली जिले के प्रसिद्द जोशीमठ से 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सुभाई नामक गांव में स्थित भविष्य बदरीनाथ मंदिर (Bhavishya Badri Temple) हिंदू धर्म के लोगों के बीच खास स्थान रखता है। समुद्र तल से 2,744 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह मंदिर जोशीमठ-लता-मलारी मार्ग पर तपोवन के पास घने जंगलों के बीच में है। इस मंदिर की स्थापना आठवीं सदी में आदि गुरू शंकराचार्य ने की थी। इस मंदिर की स्थापना के समय शंकराचार्य ने मंदिर के पास एक पत्थर पर भविष्यवाणी भी लिखी थी। हालांकि जिस भाषा में यह भविष्यवाणी लिखी गई थी, उसे आज तक कोई पढ़ नहीं पाया है।
यह मंदिर पांच बदरी तीर्थों में से एक है। मान्यता है कि भविष्य में खराब मौसम के कारण बदरीनाथ तीर्थ तक पहुंचना असंभव हो जाएगा। ऐसे में फिर इसी स्थान को बदरीनाथ के विकल्प के रूप में पूजा जाएगा। यही कारण है कि इस जगह को भविष्य बदरी मंदिर कहा जाता है। इस मंदिर में नरसिंह की एक मूर्ति और भगवान शिव का एक अवतार स्थापित है। मंदिर के पास एक शिला है, जिसे ध्यान से देखने पर भगवान की आधी आकृति नजर आती है।
पौराणिक मान्यता के अनुसार जब शैतान दुनिया पर आक्रमण कर रहे थे, तब पर्वतों ने बदरीनाथ मंदिर की रक्षा करने के लिए यहां जाने वाले रास्ते को घेर लिया था। बदरीनाथ का मार्ग बंद हो जाने के बाद लोगों ने पूजा करने के लिए इस स्थान का चयन किया था। माना जाता है कि आने वाले समय में भी जब एक बड़ा प्राकृतिक और आध्यामिक बदलाव होगा और बदरीनाथ मार्ग पर स्थित पहाड़ आपस में जुड़ जाएंगे, तब जोशीमठ में नरसिंह मंदिर में विराजमान भगवान नरसिंह की मूर्ति खंडित हो जाएगी। उस समय भगवान बदरीनाथ के दर्शन करने के लिए भक्तों को भविष्य बदरी मंदिर आना पड़ेगा। वर्तमान में स्थित बदरीनाथ मंदिर चार धामों में से एक है।
कैसे पहुंचें Bhavishya Badri Temple
भविष्य बदरी मंदिर जोशीमठ से 17 किलोमीटर दूर स्थित है। हालांकि आप जोशीमठ से वाहन द्वारा 11 किलोमीटर दूर सलधर तक पहुंच सकते हो। सलधर से भविष्य बदरी का रास्ता पैदल चलकर पार करना होगा। जोशीमठ सड़क मार्ग द्वारा देहरादून, ऋषिकेश तथा हरिद्वार से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। इन स्थानों के बीच बस और टैक्सी की सुविधा उपलब्ध है। हवाई मार्ग और रेल मार्ग द्वारा सीधे जोशीमठ नहीं पहुंचा जा सकता है। जोशीमठ से नजदीकी हवाई अड्डा 280 किलोमीटर दूर देहरादून में है। यह हवाई अड्डा दिल्ली के अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे से नियमित रूप से जुड़ा हुआ है। यहां से नजदीकी रेलवे स्टेशन 260 किलोमीटर दूर ऋषिकेश में है।
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Web Title bhavishya badri temple located near joshimath temple
(Religious Places from The Himalayan Diary)
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