गर्मियां शुरू होते ही पहाड़ों के लिए युवाओं के बीच एक आकर्षण शुरू होता है। यह आकर्षण साल दर साल बढ़ता ही चला जा रहा है। पहाड़ों पर ट्रैकिंग की तरफ दिनोंदिन युवाओं का रुझान बढ़ रहा है। ट्रैकिंग पर कई लोग दोस्तों के साथ जाना पसंद करते हैं, तो इन दिनों में कई युवा अकेले ट्रैकिंग ग्रुप को जॉइन करना भी काफी पसंद कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में मनाली के आसपास कई प्रसिद्ध ट्रैक हैं, लेकिन इन सब में फुट्टा सौर ट्रैक (Futta Saur Trek Manali) की बात ही अलग है। फुट्टा सौर को माउंटेन ऑफ लेक्स भी कहा जाता है। ट्रैकिंग प्रेमियों के बीच इस जगह को जन्नत का रूप माना जाता है।
मनाली के करीब 15 किलोमीटर दूर फुट्टा सौर माउंटेन पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला में है। इस ट्रैक पर 12 झीलें हैं और हर झील की अपनी अलग ही खूबसूरती है। इन सब झीलों में सबसे प्रसिद्ध फुट्टा सौर है, जिसके नाम पर इस पहाड़ का नाम पड़ा है। स्थानीय मान्यताओं के अनुसार ऋषि जमदाग्नि आदिकाल में यहां तपस्या किया करते थे। गर्मियां होने के बावजूद इस ट्रैक में जगह जगह बर्फ से ढके रास्ते मिलते हैं। कहा जाता है कि इस ट्रैक पर कई तरह की जड़ी बुटियां भी मिलती हैं।
फुट्टा सौर ट्रैक के लिए मनाली से करीब 15 किलोमीटर पहले पतलीकुहल नाम की जगह पर उतरना पड़ता है। उसके बाद वहां से हरीपुर के लिए गाड़ी लेनी पड़ती है। यहां से कुछ दूरी पर स्थित सॉय्ल नाम के गांव से फुट्टा सौर माउंटेन के लिए ट्रैक शुरू होता है। हरीपुर पर गर्मियों में करीब 20 डिग्री सेल्सियस तापमान रहता है। लेकिन जैसे जैसे आप ट्रैक पर बढ़ेंगे, तापमान शून्य तक भी पहुंच सकता है। लिहाजा अपने साथ सर्दियों के लिहाज से पूरी तैयारी के साथ आएं। इस ट्रैक को अथितकर सैलानी प्रशिक्षित टूर गाइड की अगुवाई में ग्रुप में करते हैं। ज्यादातर टूर गाइड इस ट्रैक को पांच रात का रखते हैं।
ट्रैकिंग के पहले दिन जमदाग्नि ऋषि और कबीर मंदिर के दर्शन के साथ सॉय्ल गांव से करीब पांच घंटे की चढ़ाई के बाद पहला कैंप आता है। जहां पर पहली रात गुजारी जाती है। दूसने दिन ओक के खूबसूरत जंगलों से होते हुए ट्रैकिग की जाती है। यहां से सूर्योदय और सूर्यास्त का अनोखा नजारा देखने को मिलता है। तीसरे दिन सनौबर, बुरांश और जुनिपर के जंगलों से होते हुए अगले कैंप तक पहुंचते हैं। चौथे दिन की ट्रैकिंग में झीलों के खूबसूरत नजारे देखने को मिलते हैं। अलग अलग झीलों का दीदार करते हुए फुट्टा सौर झील तक पहुंचने के बाद उसी दिन तीसरे कैंप पर वापस लौटा जाता है। पांचवे दिन पहले कैंप कर आकर नाइट स्टे किया जाता है। छठे दिन पहले हरीपुर और फिर वहां से पतलीकुहल आकर बस ले सकते हैं।
कैसे पहुंचे फुट्टा सौर
फुट्टा सौर के लिए सबसे पहले हरीपुर गांव पहुंचना होता है। वहां से आगे कुछ दूरी पर स्थित सॉय्ल नाम के गांव से ट्रैकिंग शुरू होती है। मनाली के आने वाले किसी भी बस से पहले पतलीकुहल पहुंचना होता है। दिल्ली से मनाली के लिए वोल्वो के साथ ही सभी तरह की बसें चलती हैं। अन्य जगहों से आने वालों को भी कुल्लू से थोड़ा आगे आकर पतलीकुहल पर उतरना होगा। हवाई यात्रा करके कुल्लू के भूंतर एयरपोर्ट पहुंचा जा सकता है। उसके आगे सड़क मार्ग से आना होगा। यहां से नजदीकी रेलवे स्टेशन करीब 150 किलोमीटर दूर जोगिंदर नगर में है। जो छोटी लाइन के माध्यम से पठानकोट में मुख्य लाइन से जुड़ा हुआ है।
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Web Title futta-saur-trek-manali
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