उत्तर भारत में बने पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से एक चक्रवाती सर्कुलेशन मध्य पाकिस्तान पर बना है। इन दोनों के चलते अनुमान है कि जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में कई जगहों पर मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी बारिश देखने को मिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार 22 नवंबर को राज्य के 12 में से आठ जिलों में बादलों की गरज और बिजली के साथ भारी बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है। इनमें हिमाचल के चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन, किन्नूर और लाहौल-स्पीची जिलों में भारी बारिश और बर्फबारी (heavy snowfall rain himachal) की संभावना है। इस वजह से मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए यलो अलर्ट (Yellow alert) जारी किया गया है, जो कि करीब खतरनाक श्रेणी का अलर्ट है।
इसके अलावा उत्तराखंड (uttarakhand) में भी कई स्थानों पर बारिश या बर्फबारी होने की संभावना है। हालांकि मैदानी इलाकों में पंजाब से लेकर हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान तक मौसम में बहुत ज्यादा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। मौसम से जुड़ी जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट (skymet) के मुताबिक दक्षिण भारत में पिछले दो दिनों से जारी बारिश में फिलहाल कमी आने की आशंका है। बारिश में कमी आंतरिक हिस्सों में आएगी।
शिमला के मौसम विज्ञान केंद्र के डायरेक्टर ने बुधवार को उक्त जानकारी दी। विभाग मौसम में आने वाले बदलाव की तीव्रता को लेकर लोगों को सतर्क रहने के लिए रंग आधारित कोड में चेतावनी जारी करता है। लाहौल-स्पीती का केलोंग लगातार राज्य का सबसे ठंडा इलाका बना हुआ है। वहां पर तापमान शून्य से 3.9 डिग्री सेल्सियस नीचे है। किन्नौर के कल्पा में न्यूनतम तापमान 1.6 डिग्री सेल्सियस रहा है। उन्होंने बताया कि मनाली, कुफरी, शिमला और डलहौजी में न्यूनतम तापमान क्रमश: 2.4, 6.7, 7.3, और 8.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
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