उत्तराखंड (Uttarakhand) के ऋषिकेश (Rishikesh) में टिहरी और पौड़ी जिले को जोड़ने वाले ऐतिहासिक पुल जानकी सेतु (janki setu) का 10 नवंबर को शुभारंभ (inauguration) होने जा रहा है। इसके बाद यह आम जनता के लिए खुल जाएगा। जहां पर्यटक फर्राटे से अपने दुपहिया वाहनों को दौड़ा सकेंगे। 346 मीटर के इस पुल को बनाने का काम 2014 में शुरू हुआ था, जो कि अब पूरा हो चुका है। इसके शुभारंभ को लेकर स्थानीय लोग व पर्यटकों में खासा उत्साह है।
कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने पूर्णानंद मुनि की रेती में निरीक्षण के दौरान कहा कि 10 नवंबर को पुल का शुभारंभ होगा। इससे पहले 9 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस के दिन इसके शुभारंभ की तैयारी की गई थी, लेकिन किन्हीं कारणों से ऐसा नहीं हो पाया। 49 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किए गए इस पुल पर 10 नवंबर से आम लोग व पर्यटक आवागमन कर सकेंगे। इस पुल के बन जाने से स्थानीय लोगों के साथ ही पर्यटकों को भी लाभ मिलेगा। लोगों को जाम से निजात मिलेगी। इसके साथ ही एक से दो किलोमीटर की दूरी भी कम तय करनी पड़ेगी।

Source – TravelTriangle
जो भी पर्यटक स्वर्गाश्रम, लक्ष्मण झूला क्षेत्र में घूमना चाहते हैं, वह अपने वाहनों को पूर्णानंद बस पार्किंग में मुनि की रेती में पार्क करने के बाद जानकी सेतु में आवाजाही कर सकेंगे। इसके खुलने से रोजगार में भी इजाफा होगा। वहीं किसानों को अपनी उपज ऋषिकेश से मंडी लाने में भी आसानी होगी। इसके खुलने से नरेंद्र नगर और यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र के लोगों की मुश्किलें भी आसान होंगी। इस पुल के तीन हिस्से किए गए हैं। दो हिस्सों में दुपहिया वाहन और एक हिस्से में पैदल राहगीर व पर्यटक आवाजाही कर सकेंगे।
इस पुल के बनने के बाद रामझूला पर होने वाली भीड़ में भी कमी दिखाई देगी। इस पुल के खुल जाने से तीर्थनगरी को एक नई पहचान भी मिलेगी। पौड़ी व ऋषिकेश की जनता काफी समय से इसके उद्घाटन का इंतजार कर रही थी। यहां पर लक्ष्मण व राम झूला पर पर्यटकों की भीड़ जानकी सेतु के बन जाने से कुछ हद तक कम होगी। अभी तक पर्यटकों के पास दो ही झूलों पर जाने का विकल्प था, लेकिन अब वह जानकी सेतु पुल पर भी सैर कर सकेंगे। यह पर्यटकों व स्थानीय लोगों के लिए सुखद अनुभव होगा।
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Web Title janki setu inauguration on november 10 in rishikesh
(Tourism News from The Himalayan Diary)