उत्तराखंड सरकार (uttarakhand government) ने चारधाम यात्रा 2020 (chardham yatra 2020) के द्वार भले ही सभी देशवासियों के लिए खोल दिए हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए श्रद्धालुओं की संख्या सीमित कर दी है। जिसके चलते मंदिर में जाने वाले श्रद्धालुओं की वजह से कोरोना को फैलने से रोका जा सके। चारधाम यात्रा पर जाने से पहले देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। इस वेबसाइट पर रोजाना तीन हजार श्रद्धालुओं को ही ई-पास जारी किए जाएंगे।
उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड की ओर से चारधाम केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में दर्शन के लिए रोजाना तीन हजार श्रद्धालु ही पंजीकरण करा सकेंगे। एक दिन में इससे अधिक श्रद्धालु दर्शन के लिए नहीं जा सकेंगे। उत्तराखंड सरकार ने 1 जुलाई से प्रदेश के लोगों के लिए चारधाम की यात्रा के द्वार खोल दिए थे। 25 जुलाई को प्रदेश सरकार ने देश के सभी राज्यों के लिए चारधाम यात्रा के द्वार खोल दिए हैं।
अभी तक देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट से 22 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के ई-पास जारी किए जा चुके हैं। जिसमें से दस हजार श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। बरसात के दिनों में चारधाम यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या सीमित हो जाती है। इसी को देखते हुए देश के अन्य राज्यों के लोगों को चारधाम यात्रा की इजाजत दी गई है। चारधाम यात्रा से प्रदेश सरकार को आर्थिक तौर पर काफी लाभ भी होता है। पिछले काफी समय से कोरोना संक्रमण के चलते यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आई है। जिसके चलते काफी आर्थिक नुकसान भी हुआ है।
देवस्थानम बोर्ड के सीईओ के अनुसार चारधाम की यात्रा के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं को अपने साथ 72 पहले की कोरोना रिपोर्ट भी साथ रखनी होगी। वेबसाइट पर पंजीकरण के दौरान आईडी प्रूफ के साथ इस रिपोर्ट को भी अपलोड करना अनिवार्य होगा। वहीं, जो श्रद्धालु बिना रिपोर्ट के चारधाम पहुंचेंगे, उन्हें 7 दिन के लिए क्वारंटीन होना पड़ेगा। इसके बाद ही वह दर्शन के लिए मंदिरों में जा सकेंगे। जो भी दस्तावेज देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड किए जाएंगे, उसकी मूल प्रति भी साथ रखनी होगी।
Uttarakhand Chardham के बारे में यह भी पढ़ें
- सप्त बद्री का समूह है चमोली गढ़वाल, बद्रीनाथ से करें यात्रा की शुरुआत
- चार धाम और पंच केदारों में प्रमुख है केदारनाथ मंदिर
- 35 खूबसूरत पुलों और 16 सुरंगों से गुजरेगी ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन, 12 स्टेशन होंगे
Web Title only 3 thousand devotees will be able to go for chardham yatra 2020 in uttarakhand
(Religious News from The Himalayan Diary)