उत्तराखंड (uttarakhand) की महत्वाकांक्षी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग (rishikesh-karnprayag) रेलवे लाइन परियोजना (rail project) के तहत पहला स्टेशन तैयार हो गया है। हाल ही में सोशल मीडिया के माध्यम से उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसकी तस्वीरें भी साझा की हैं। इसके साथ ही उन्होंने लिखा है कि प्रधानमंत्री जी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट पर भारतीय रेलवे टीम कड़ी मेहनत से काम कर रही है। परियोजना के तहत योगनगरी ऋषिकेश में पहला रेलवे स्टेशन बनकर तैयार हो गया है। यहां ट्रेनों का आवागमन जल्द ही शुरू हो जाएगा।
इस परियोजना में 16,216 करोड़ रुपये की लागत से काम तेजी से जारी है। इसके तहत पहला रेलवे स्टेशन बनकर तैयार हो चुका है। दिसंबर महीने से पहले इस लाइन के सभी प्रोजेक्ट पैकेज आवंटित कर दिए जाएंगे। इससे चारधाम की यात्रा सुगमता से की जा सकेगी। इतना ही नहीं पहाड़ी क्षेत्रों की चीजों को बाजार तक पहुंचाने में भी सुविधा मिलेगी। ऋषिकेश रेलवे स्टेशन के साथ ही एक सुरंग का निर्माण कार्य भी पूरा हो चुका है, जबकि अन्य पांच सुरंगों का निर्माण कार्य तेजी से जारी है।

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2025 तक पूरा हो जाएगा ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन का काम
ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य 2025 रखा गया है। इसे 11 हिस्सों में बांटा गया है। दिसंबर तक परियोजना के अन्य हिस्सों के लिए निविदाएं जारी कर दी जाएंगी। वहीं ऋषिकेश में एक रेलवे स्टेशन और एक सुरंग का काम पूरा हो चुका है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के लिए उत्तरकाशी तक प्रस्तावित परियोजना पर तेजी से काम किया जा रहा है। इसके तहत डोईवाला से उत्तरकाशी व बड़कोट तक रेल परियोजना का सर्वे पूरा कर लिया गया है।
ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे ट्रेक पर चलने वाली गाड़ियों की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा तक होगी। वहीं मालगाड़ी 65 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार के साथ फर्राटे से दौड़ लगाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा है कि रेल लाइन के विकास के साथ ही स्थानीय लोगों को आर्थिक तौर पर भी इसका फायदा होगा। वहीं परियोजना के तहत देश की सबसे लंबी सुरंग का भी निर्माण होगा। यह सुरंग देवप्रयाग के सौंड से जनासु के बीच में बनेगी। यह देश की सबसे बड़ी सुरंग कहलाएगी।
Web Title pictures came out of first railway station on rishikesh karnprayag rail line project
(Tourism News from The Himalayan Diary)