होटल असोसिएशन की ओर से कोविड केयर सेंटर भी स्थापित करने की मांग की गई है। असोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि पर्यटकों की संख्या बढ़ने पर कोविड सेंटर की जरूरत पड़ेगी। मनाली और आसपास में कोई भी कोविड सेंटर नहीं है।
manali tourist places
हिमाचल प्रदेश का खूबसूरत नगीना है मंडी का देवीदढ़, दीदार करने के लिए खिंचे चले आते हैं टूरिस्ट
by THD Teamअद्भुत खूबसूरती और खजियार की तरह दिखने के कारण देवीदढ़ को मिनी खजियार भी कहा जाता है। यहां जंगल के बीचो बीच एक बहुत पुराना पुल है, जो दिखने में बहुत ही ज्यादा आकर्षक है।देवीगढ़ ट्रेक के रास्ते में जंजैहली, शिकारी देवी, कमरुनाग जैसे लोकप्रिय जगहें भी हैं। देवीदढ़ की जलवायु पूरे साल बहुत ठंडी रहती है। इस घाटी में भारी बर्फबारी होती है। यही कारण है कि देवीदढ़ आने का सबसे सही समय गर्मियों का मौसम होता है।
इस साल श्रद्धालु नहीं कर पाएंगे भगवान मणिमहेश के दर्शन, कोरोना संक्रमण के चलते रद्द हुई यात्रा
by THD Teamपवित्र मणिमहेश यात्रा को भले ही रद्द कर दिया गया है, लेकिन तीर्थयात्रा से संबंधित सभी धार्मिक परंपराओं और रीति-रिवाजों को सीमित प्रतीकात्मक रूप में एहतियात के साथ पूरा किया जाएगा।
475 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन के निर्माण के लिए रडार की मदद से सर्वेक्षण होगा। इसके अलावा रेलवे लाइन निर्माण के लिए अंतरराष्ट्रीय एजेंसी ने सैटेलाइट इमेज प्रणाली से 22 सर्वे किए हैं।
सैलानियों के लिए खुले हिमाचल प्रदेश के पर्यटन स्थल, पांच दिन की बुकिंग करवानी होगी जरूरी
by THD Teamहिमाचल प्रदेश आने से पहले पर्यटकों को घूमने के लिए 5 दिन की बुकिंग करवानी अनिवार्य होगी। इसके अलावा पर्यटकों को अपने साथ 72 घंटे पहले की कोविड-19 की रिपोर्ट लाना होगी।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि सरकार प्रदेश में आर्थिक गतिविधियां बढ़ाने की हरसंभव कोशिश कर रही है। इसके लिए होटलों और उद्योगों को कई तरह की रियायतें भी दी जाएगी।
राम मंदिर निर्माण में इस्तेमाल किया जाएगा हिमाचल प्रदेश के तीर्थस्थलों की मिट्टी और पानी
by THD Teamमंडी जिले की बात करें, तो यहां की कमरूनाग झील, रिवालसर झील, पराशर झील, ब्यास नदी, शिकारी देवी और अन्य प्राचीन धार्मिक स्थानों की मिट्टी और जल भेजने की योजना बनाई गई है।
जल्द खुलेंगे हिमाचल प्रदेश के धार्मिक स्थल, देवी देवताओं के दर्शन कर श्रद्धालु मांग सकेंगे मन्नतें
by THD Teamहिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार प्रदेश में 8 जून से आम जनता के लिए धार्मिक स्थलों को खोल दिया जाएगा। यानी 8 जून के बाद श्रद्धालु मंदिर जाकर पूजा-अर्चना कर सकेंगे।