घाटी खुलने के पहले दिन 75 सैलानियों के पहले जत्थे को 1 जून की सुबह हरी झंडी दिखाकर क्षेत्र के डीएफओ ने रवाना किया। इनमें स्पेन की 12 महिला सैलानियों का ग्रुप भी शामिल है।
valley of flowers
उत्तराखंड में 15 अगस्त से शुरू होगा फूलों की घाटी का दीदार, 350 तरह के फूल कर रहे हैं आपका इंतजार
by Team THDधार्मिक मान्यताओं की बात करें तो यही वह स्थान है, जहां से लक्ष्मण को बचाने के लिए हनुमान संजीवनी बूटी लेकर आये थे। रामायण से लेकर महाभारत में यहां पाई जाने वाली जड़ी बूटियों का वर्णन देखने को मिलता है।
इस बार 1 जून को नहीं खुलेगी फूलों की घाटी, करना होगा इंतजार, पिछले साल पहुंचे थे 17, 645 पर्यटक
by THDअधिकारियों के निर्देशानुसार इस साल फूलों की घाटी को 1 जून को नहीं खोला जाएगा। बता दें कि पिछले साल फूलों की घाटी में कुल 17, 645 पर्यटक पहुंचे थे। जिससे उत्तराखंड वन विभाग को 27.60 लाख रुपये की आमदनी हुई थी।
घांघरिया से शुरू होता है जन्नत की दुनिया का सफर, दूर-दूर तक दिखाई देते हैं सिर्फ रंग-बिरंगे फूल
by THDलगभग 6 किलोमीटर दूरी पर एक प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान है, जिसे फूलों की घाटी के नाम से जाना जाता है। फूलों की घाटी को वर्ष 1982 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था और यह अब एक विश्व धरोहर बन चुकी है। यह नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व का हिस्सा है।
चमोली जिले में स्थित फूलों की घाटी उद्यान 87.50 किमी वर्ग क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां स्थित फूल दिखने में जितने खूबसूरत है, उससे ज्यादा औषधीय गुण यह अपने अंदर समेटे हुए हैं। यहां मिलने वाले फूलों का दवाइयां बनाने में इस्तेमाल होता है।