दिल्ली के मुनीश मित्तल ने मन्नत पूरी होने पर मां चिंतपूर्णी मंदिर में मंगलवार को पहुंचकर अल्टो कार दान की है। इस दौरान उनके साथ पत्नी भी मौजूद रहीं। मंदिर पहुंचने पर सबसे पहले उन्होंने पूजा अर्चना की।
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शारदीय नवरात्र में 22 घंटे खुला रहेगा मां नयना का दरबार, रात 10 बजे तक खुलेंगे ज्वालाजी के कपाट
by Team THDइन दिनों शक्तिपीठ ज्वालाजी, चामुंडा, ब्रजेश्वरी देवी, माता नयना देवी, चिंतपूर्णी और मां बालासुंदरी मंदिर में जोर शोर से तैयारियां की जा रही हैं। इन मंदिरों के कपाट सुबह 5 बजे से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।
ऑनलाइन बुकिंग कर मां चिंतपूर्णी का आशीर्वाद ले सकेंगे श्रद्धालु, प्रसाद चढ़ाने की नहीं होगी अनुमति
by Team THDमंदिर में मां के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को पहले ऑनलाइन बुकिंग करवानी होगी। मां चिंतपूर्णी मंदिर में प्रवेश के लिए ऑनलाइन बुकिंग के दौरान श्रद्धालु की फोटो भी अपलोड होगी। प्रदेश सरकार की ओर से 1 सितंबर से मंदिरों के कपाट खोले जाने को लेकर पहले ही हरी झंडी मिल चुकी है।
हिमाचल प्रदेश की प्रमुख शक्तिपीठ मां चिंतपूर्णी में इस साल नहीं लगेगा श्रावण अष्टमी का मेला
by Team THDपुलिस की ओर से धार्मिक स्थलों की निगरानी भी की जाएगी। सभी मंदिरों को इस बात के लिए छूट दी गई है कि वह सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए फेसबुक, यू ट्यूब आदि पर माता के दर्शन करा सकेंगे। जिससे देश ही नहीं बल्कि विदेश में बैठे श्रद्धालु भी माता के दर्शन कर सकेंगे।
गोबिंद सागर झील के बीच में विराजमान है 84 सिद्धों में से एक बाबा गरीब नाथ का 500 साल पुराना मंदिर
by Team THDजब ऋषि व्यास के पुत्र शुकदेव का जन्म हुआ, उसी समय 84 सिद्धों ने भी विभिन्न जगहों पर जन्म लिया। इनमें से एक सिद्ध गरीब नाथ जी भी हैं, जो दत्तात्रेय के शिष्य थे। बाबा गरीब नाथ ने यहां 40 सालों तक तप किया। इसे बाबा गरीब नाथ की तपोस्थली भी कहते हैं।
गुरू द्रोणाचार्य की नगरी में बालरूप में खेलने आते थे भगवान शिव, श्रद्धा से बुलाती थी बेटी
by Team THDगुरू द्रोण ने बेटी जज्याति को घर पर ही रहकर भगवान शिव की आराधना करने के लिए कहा। उनकी बेटी ने घर पर रहकर ही शिवलिंग बनाकर भगवान की आराधना शुरू कर दी। बेटी की निश्चल भावना से जल्द भगवान भोलेनाथ प्रसन्न हो गए और वह रोजाना गुरू द्रोण की बेटी के पास कुछ समय के लिए खेलने पहुंच जाते थे।