विष्णु गंगा और अलकनंदा नदी के संगम पर मौजूद है पंच प्रयागों में से एक विष्णुप्रयाग

Vishnuprayag

देवभूमि उत्तराखंड में कई ऐतिहासिक और प्रसिद्द धार्मिक स्थल मौजूद हैं। हर साल देश-विदेश से करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु प्रदेश के धार्मिक स्थलों के दर्शन करने के लिए आते हैं। आज हम आपको उत्तराखंड के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से विष्णुप्रयाग के बारे में बताने जा रहे हैं। जैसा कि नाम से स्पष्ट है यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। समुद्रतल से लगभग 1372 मीटर की ऊंचाई पर स्थित विष्णुप्रयाग (Vishnuprayag) धौलीगंगा व अलकनंदा नदियों के संगम पर मौजूद है। इस धार्मिक स्थल को पंच प्रयागों में से एक माना जाता है। स्कन्दपुराण में भी इस तीर्थ का वर्णन विस्तार से किया गया है। इसके अलावा स्कन्द पुराण में विष्णु गंगा में 5 तथा अलकनंदा में 5 कुंडों का वर्णन भी है।

मान्यता है कि यह वही स्थान है जहां पर नारद मुनि ने अष्टाक्षरी जप कर भगवान विष्णु को प्रसन्न किया था। नारद मुनि से प्रसन्न होकर भगवान विष्णु स्वयं उन्हें दर्शन देने के लिए इस स्थान पर प्रकट हुए थे। विष्णुप्रयाग में भगवान विष्णु का प्राचीन मंदिर और विष्णु कुण्ड है। मंदिर में भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित है। इस मंदिर का निर्माण इंदौर की महारानी अहिल्याबाई ने करवाया था। विष्णुप्रयाग में दायीं और बायीं ओर दो पर्वत हैं। दायें पर्वत को “जय” और बायें पर्वत को “विजय” नाम से जाना जाता है। इन पर्वतों को विष्णु के द्वारपालों के रूप में पहचाना जाता है। बद्रीनाथ धाम आने वाले श्रद्धालु विष्णुप्रयाग आना नहीं भूलते, क्योंकि इनके बीच की दुरी मात्र 30 किलोमीटर है।

धार्मिक महत्व के साथ-साथ विष्णुप्रयाग का अपना प्राकृतिक महत्व भी है। यहां घने जंगलों के बीच बहती नदियां और उनका संगम अद्भुत नजारा प्रदान करता है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता काफी मनोरम है। श्रद्धालु यहां आकर ट्रैकिंग और रिवर क्लाइबिंग का रोमांचक अनुभव ले सकते हैं। हालांकि यहां नदियों का संगम होने के कारण स्नान करना थोड़ा चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि यहां नदियों मिलकर तेज वेग पैदा करती हैं। इस कारण यहां रिवर रॉफ्टिंग में भी थोड़ी कठिनाई आ सकती है, पर प्रोफेशनल तैराकों की मदद से रॉफ्टिंग का भी रोमांच भरा अनुभव लिया जा सकता है।

कैसे पहुंचें Vishnuprayag

यह पवित्र धार्मिक स्थल चमोली से लगभग 60 किलोमीटर और जोशीमठ से लगभग 13 किलोमीटर की दूरी पर है। चमोली और जोशीमठ से विष्णुप्रयाग पहुंचने के लिए आसानी से वाहन मिल जाते हैं। विष्णुप्रयाग से निकटतम हवाई अड्डा लगभग 305 किलोमीटर दूर देहरादून में मौजूद है, जबकि विष्णुप्रयाग से नजदीकी रेलवे स्टेशन लगभग 270 किलोमीटर ऋषिकेश में है। दिल्ली से विष्णुप्रयाग की दूरी लगभग 540 किलोमीटर है। श्रद्धालु दिल्ली से हरिद्वार-ऋषिकेश-देवप्रयाग-रुद्रप्रयाग-चमोली-जोशीमठ होते हुए विष्णुप्रयाग तक पहुंच सकते हैं।

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Web Title vishnuprayag-is-one-of-the-five-prayags

(Religious Places from The Himalayan Diary)

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