पहाड़ों और वादियों के बीच बसा खूबसूरत पर्यटन स्थल है पिथौरागढ़ का धारचूला

Dharchula Pithoragarh

प्राकृतिक सौंदर्य के लिए मशहूर उत्तराखंड में कई हिल स्टेशन हैं, जहां आकर पर्यटक प्रकृति को करीब से महसूस करते हैं और उनकी सुंदरता का खूब आनंद लेते हैं। हम आपको उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में खूबसूरत हिल स्टेशन धारचूला (Dharchula Pithoragarh) के बारे में बता रहे हैं। हिमालय से होकर गुजरने वाले प्राचीन व्यापार-मार्ग पर धारचूला बसा हुआ है। यह पर्यटन स्थल चारों ओर से पहाड़ियों से घिरा हुआ है। यहां का नजारा देखने लायक होता है। यहां आकर आप सुकून के पल बिता सकते हैं।

भारत-नेपाल सीमा पर बसे इस खूबसूरत जगह का नाम धार और चूला शब्दों से मिलकर बना है। धार का मतलब चोटी और चूला का मतलब स्टोव (चूल्हा) से है। यह स्थान पहाड़ पर मौजूद है और इसका आकार चूल्हे जैसा दिखता है। इस जगह से ठीक सामने काली नदी के उस पार नेपाल का दारचूला नामक कस्बा है। दोनों कस्बे पुल से जुड़े हुए हैं। दूसरे हिल स्टेशनों के मुकाबले धारचूला में पर्यटकों की उतनी चहल-पहल नहीं रहती और यह इलाका काफी शांत रहता है। समुद्रतल से 925 मीटर की की ऊंचाई पर स्थित इस जगह पर कुछ प्रमुख आकर्षण केंद्र हैं।

जौलजिबी : धारचूला से लगभग 25 किलोमीटर पहले यह जगह गौरी और काली नदियों का संगम स्थल है। हर साल नवंबर में यहां कुमाउंनी और नेपालियों का अंतरराष्ट्रीय मेले का आयोजन किया जाता है।

ओम पर्वत : इस पर्वत को छोटा कैलाश, आदि कैलाश के नाम से भी जाना जाता है। इस पहाड़ को ‘ओम पर्वत’ कहा जाता है, क्योंकि इस पर्वत पर ओम शब्द का पैटर्न दिखाई देता है। कैलाश पर्वत की तरह नजर आने वाले इस पर्वत के पास पार्वती झील और जौंगलिंगकोंग झील भी है।

काली नदी : भारत और नेपाल की सीमा पर स्थित इस नदी को महाकाली या शारदा नदी भी कहा जाता है। यहां आकर पर्यटकों को अद्भुत शांति का अनुभव होता है।

एस्काट कस्तूरी मृग अभयारण्य : पिथौरागढ़ से 54 किलोमीटर दूर यह स्थल पशु प्रेमियों को बहुत पसंद आता है। यहां कई प्रकार के पशु-पक्षी और पेड़-पौधे मिलते हैं।

कैसे पहुंचें Dharchula Pithoragarh

धारचूला से सबसे नजदीकी हवाई अड्डा करीब 300 किलोमीटर दूर पंतनगर में है। यहां से धारचूला जाने के लिए टैक्सी और बस के सुविधा मिलती है। धारचूला से निकटतम रेलवे स्टेशन 240 किलोमीटर दूर टनकपुर में है। टनकपुर रेलवे स्टेशन उत्तराखंड के चंपावत जिले में स्थित एक छोटा सा रेलवे स्टेशन है। धारचूला सड़क मार्ग द्वारा अलमोड़ा, पिथौड़ागढ़, काठगोदाम, टनकपुर आदि से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। वैसे तो धारचूला किसी भी समय जाया जा सकता है, लेकिन यहां जाने के लिए गर्मी का मौसम सबसे अच्छा होता है। यहां गर्मी के मौसम में भी ठंडक का अहसास होता है।

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Web Title dharchula-is-beautiful-hill-station-located-pithoragarh

(Tourists Destinations from The Himalayan Diary)

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