बुड्ढा अमरनाथ के दर्शन से पूरी होती है अमरनाथ यात्रा, मुस्लिम करते हैं देखरेख

Buddha Amarnath Temple

पाकिस्तानी क्षेत्र से तीन ओर से घिरी सीमावर्ती पुंछ घाटी के उत्तरी भाग में पुंछ कस्बे से 23 किलोमीटर की दूरी पर राजापुर मंडी क्षेत्र में श्री बुड्ढा अमरनाथ का प्रसिद्ध मंदिर (Buddha Amarnath Temple) है। मान्यता है कि भगवान शिव ने माता पार्वती को कश्मीर में स्थित अमरनाथ गुफा में जो अमरता की कथा सुनाई थी उसकी शुरुआत बुड्ढा अमरनाथ के स्थान से ही हुई थी। माना जाता है कि अमरनाथ की यात्रा करने वाले भक्त जब तक बुड्ढा अमरनाथ मंदिर के दर्शन नहीं कर लेते तब तक उनकी अमरनाथ यात्रा अधूरी मानी जाती है। श्री बुड्ढा अमरनाथ का मंदिर सांप्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल पेश करता है। हिंदुओं का धार्मिक स्थल होने के बावजूद इसके आसपास कोई हिंदू घर नहीं है और इस मंदिर की देखभाल आसपास रहने वाले मुस्लिम परिवार तथा सीमा सुरक्षा बल के जवान करते हैं।

यह पवित्र स्थान जम्मू से लगभग 235 किलोमीटर की दूरी पर है। श्री बुड्ढा अमरनाथ मंदिर अन्य सभी भगवान शिव के मंदिरों से अलग है। मंदिर की चारदीवारी पर सदियों पुरानी लकड़ी पर नक्काशी की गई है। मंदिर का निर्माण चकमक पत्थर की मदद से किया गया हैं। मंदिर में भगवान शिव एक लिंग के रूप में विद्यमान हैं, जो चकमक पत्थर से बना हुआ है। मान्यता है कि स्वामी चंद्रचूड़ मनी जी ने बुड्ढा अमरनाथ मंदिर में स्थापित ऐतिहासिक शिवलिंग को उजागर किया था। इस जगह पर ही उन्होंने समाधी ली थी। शिवलिंग से थोड़ी दूरी पर ही उनकी समाधी बनी हुई है। बुड्ढा अमरनाथ मंदिर तक पहुंचने के लिए पैदल यात्रा नहीं करनी पड़ती है।

मंदिर के साथ ही खूबसूरत लोरन घाटी लगती है। मंदिर के एक ओर लोरन दरिया बहता है जिसे पुलस्त्य दरिया भी कहा जाता है और उसका पानी बर्फ से भी अधिक ठंडक लिए रहता है। मंदिर के आसपास स्थित पहाड़ साल भर बर्फ की सफेद चादर से ढके रहते हैं। इस कारण हर समय मंदिर के आसपास का नजारा देखने लायक होता है। मंदिर में आने वाले भक्तों में किसी धर्म, मजहब, जाति या रंग का भेदभाव नहीं किया जाता है। मुस्लिम बहुल क्षेत्र में स्थित इस मंदिर की देखभाल भी मुस्लिम परिवार ही करते हैं। पूरे प्रदेश और देश से श्रद्धालु श्री बुड्ढा अमरनाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। भारत-पाक विभाजन से पहले पाकिस्तान से भी बड़ी संख्या में भक्त यहां पहुचंते थे। श्रावण पूर्णिमा के दिन बुड्ढा अमरनाथ मंदिर में हर साल विशाल मेला लगता है।

कैसे पहुंचें Buddha Amarnath Temple

भगवान शिव को समर्पित श्री बुड्ढा अमरनाथ मंदिर, जम्मू क्षेत्र के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। यह पुंछ जिले के तहसील मंडी में राजपुरा गांव में स्थित है। यहां से निकटतम एयरपोर्ट लगभग 250 किलोमीटर दूर जम्मू में है जबकि नजदीकी रेलवे स्टेशन लगभग 230 किलोमीटर दूर कटरा में है। दोनों ही जगहों से पुंछ तक आने के लिए बस की सुविधा है। इसके अलावा टैक्सी से भी यहां तक पहुंचा जा सकता है। पुंछ से बस या टैक्सी से भी बाबा बुड्ढा अमरनाथ मंदिर तक पहुंचा जा सकता है।

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Web Title history-of-buddha-amarnath-temple-located-in-poonch

(Religious Places from The Himalayan Diary)

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